February 3, 2025

अब सीएसआर फंड से यूपी सरकार कराएगी गरीब बेटियों की शादी

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हर एक दुल्हन का ख़्वाब होता है कि उसका होने वाला पति किसी राजकुमार की तरह आए और ब्याह रचाए, लेकिन ये सपना तब चकनाचूर हो जाता है जब मां बाप की इतनी हैसियत नहीं होती, अब इसी सपने को हकीकत में तब्दील करने के लिए सीएसआर मदद करेगा, सीएसआर यानि कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी समाज के हर तबके की समस्यायों को छू रहा है और आर्थिक योगदान देकर बड़ा बदलाव ला रहा है, इसी सीएसआर की ताकत को सरकारें भी समझ रही है और कंपनियों के सीएसआर फंड का इस्तेमाल कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार अब गरीबों की बेटियों की शादी फाइव स्टार होटलों में करवाएगी।

फाइव स्टार होटलों में होगी गरीबों की शाही शादी

अब उन बेटियों के चेहरे पर खुशियां आएँगी जो चाहती थी कि उनकी शादी आलीशान तरीके से हो, अभी तक फाइव स्टार होटलों में ही किसी बड़े बिजनेसमैन की ही शादी होती थी, वो भी शाही अंदाज़ में, एकदम बड़े पैमाने पर, लेकिन अब समाज कल्याण विभाग ने विषमता की दीवार गिराने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब गरीब वर वधु की शादी भी शाही अंदाज़ और फाइव स्टार होटल में होगा, जिसका आयोजन खुद उत्तर प्रदेश सरकार करेगी। योगी सरकार इसके लिए फंड कार्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी यानि CSR से लेगी। जिले की कंपनियों और होटलों से इसके लिए मदद ली जाएगी, साथ ही सरकार से मिलने वाली अनुदान राशि दुल्हन के बैंक खाते में जमा कराया जाएगा।

सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए

दरअसल समाज कल्याण विभाग द्वारा हर राज्य में गरीब लड़के लड़कियों की सामूहिक शादियां राज्य सरकार करवाती है, प्रदेश में सरकार बनने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की घोषणा की थी, इस योजना में उन गरीब परिवारों की लड़की की शादी सामूहिक रूप से कराई जाती है जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है, योजना का लाभ लेने के लिए परिवार की सालाना आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।

सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद यूपी सरकार का फैसला

लेकिन सामूहिक शादी जैसे नेक काम में भी लोग फर्जीवाड़ा ढूंढ लिए और उत्तर प्रदेश में लाभ पाने के लिए कई घोटाले हुए, योजना के तहत गौतम बुद्धनगर जिले में पहली बार हुए सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया था, इसका खुलासा होने के बाद कई फर्जी लाभार्थियों व प्रधानों को जेल भी भेजा गया था। कई बार ऐसे भी हुआ कि शादीशुदा लोगों की भी दुबारा शादियां करवाई गई ताकि लाभ को फिर से पाया जा सके।
बहरहाल सामूहिक विवाह योजना में हुए फर्जीवाड़े के आरोपों के बाद योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई, अब सरकार अपनी छवि फिर से सुधारना चाहता है। जिसके लिए फाइव स्टार होटलों में शादी की व्यवस्था करने के लिए जिले के होटलों व कंपनियों से CSR फंड की मदद ली जाएगी। यानी की एक बार फिर से सीएसआर लोगों की जिंदगी में खुशहाली ला रहा है।
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